यूकेएसएसएससी (UKSSSC) पेपर लीक मामले में STF ने अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाई की है। शनिवार को आरआईएमएस कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को एसटीएफ उत्तराखंड ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है।
प्रिंटिंग प्रेस से ही सबसे पहले लीक हुआ था पेपर
राजेश चौहान को एसटीएफ ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से पेपर का सौदा करने के सबूत के आधार पर गिरफ्तार किया है। चार-पांच दिसम्बर को आयोग की ओर से करवाए गया स्नातक स्तर का पेपर प्रिंटिंग प्रेस से ही सबसे पहले लीक हुआ था।
पेपर लीक मामले में अबतक शिक्षक, नेता सहित 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यूकेएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को धामपुर में बेसिक शिक्षा विभाग के एक शिक्षक के घर दबिश दी। एसटीएफ ने शिक्षक को हिरासत में लेकर उससे करीब चार घंटे बंद कमरे में पूछताछ की।
यूकेएसएससी पेपर लीक कांड में उत्तराखंड एसटीएफ सहारनपुर में जल निगम में तैनात धामपुर निवासी ललित राज शर्मा को पहले ही हिरासत में लेकर जेल भेज चुकी है। ललित राज शर्मा ने एसटीएफ के सामने पेपर लीक कांड से जुड़े कई राज खोले। जांच एजेंसियां ललित राज की कॉल डिटेल के माध्यम से रोज नए खुलासे का चौंका रही है।
जांच टीम मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे लगातार पूछताछ कर रही है। हालांकि पेपर लीक कांड का सरगना मोरना निवासी केंद्रपाल एसटीएफ की गिरफ्त से बचने के लिए चार दिन पहले लड़ाई के पुराने मामले में जमानत तुड़वाकर कोर्ट में सरेंडर कर चुका है। वहीं, शुक्रवार को मामले की कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए एसटीएफ ने धामपुर में एक बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक के घर दबिश दी।