Uttarakhand News 24 oct 2024: देहरादून। नेहरू कालोनी क्षेत्र का एक युवक का शव मालदेवता में सांग नदी के किनारे से बरामद हुआ है। युवक की मौत नदी में गिरने से हुई या उसकी हत्या हुई है, इसकी जांच पुलिस कर रही है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर कोई भी चोट का निशान नहीं पाया गया है व मृत्यु का कारण नदी में डूबना बताया गया है।
अभी तक मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद नहीं हो पाया है। मोबाइल फोन बरामद होने के बाद पुलिस मामले की पूरी तरह से गुत्थी सुलझा सकती है। स्वजनों की ओर से पुलिस को अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है।
पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह सूचना मिली कि मालदेवता में सांग नदी की तरफ से आने वाली नहर में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। तत्काल पुलिस बल मौके पर पहुंचा और मृतक के शव को एंबुलेंस के माध्यम से पहचान के लिए कोरोनेशन भेजा गया। कुछ समय बाद मृतक के स्वजन अस्पताल पहुंचे और मृतक की शिनाख्त शशांक गैरोला निवासी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मार्ग, अजबपुरकलां के रूप में हुई है।
इकलौता बेटा था शशांक
जांच में पता चला कि शशांक घर का इकलौता बेटा था। उसकी एक बहन है जिसकी शादी हो चुकी है। शशांक के पिता जल संस्थान से सेवानिवृत्त हुए थे। युवक मंगलवार शाम चार बजे घर से अजबपुरकलां स्थित आयरन जिम पहुंचा। जिम के बाद वह रात साढ़े आठ बजे बाहर निकला। इसके बाद स्कूटी से चला गया। रात को जब वह घर नहीं पहुंचा तो स्वजन इधर-उधर तलाश करते रहे, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। स्वजनों को लगा कि हो सकता है कि वह रात किसी दोस्त के घर रह गया हो।
मोबाइल की घंटी बज रही लेकिन मोबाइल का पता नहीं
सीओ रायपुर अभिनव चौधरी के अनुसार शशांक के मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उसमें घंटी तो जा रही है, लेकिन मोबाइल का अब तक पता नहीं लग पाया है। पुलिस ने आसपास भी मोबाइल ढूंढने की कोशिश की लेकिन मोबाइल का पता नहीं लग पाया है। उन्होंने बताया कि मोबाइल की कॉल डिटेल निकलाई जा रही है, इसके अलावा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। कॉल डिटेल रिपोर्ट आने के बाद पता चला सकेगा कि शशांक की अंतिम बार किससे बात हुई है।
प्रॉपर्टी का काम करने की बात भी आ रही सामने
बताया जा रहा है कि शशांक प्रतियाेगी परीक्षा के साथ कुछ समय से प्रॉपर्टी का काम भी कर रहा था। उसने प्रॉपर्टी डीलर के साथ मिलकर कुछ प्लॉटिंग भी की है। मृतक की स्कूटी भी घटनास्थल के निकट ही मिली है, ऐसे में यह भी देखा जा रहा है कि शशांक रात के समय अकेला गया था या उसके साथ कोई भी और भी था।