Uttarakhand News 20 March 2025: Haldwani City Bus: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सुबह यानी 21 जून को जब लोग अपने नजदीकी पार्क में योग करने को पहुंचेंगे तो उन्हें हल्द्वानी की सड़कों पर पहली बार सिटी बसों का संचालन भी नजर आएगा। सीसीटीवी और जीपीएस से लैस ये बसें शहर संग गांव को भी जोड़ेंगी।
लंबे समय से अटकी क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिव और कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इन बसों के संचालन को मंजूरी मिल गई। कुमाऊं के प्रवेशद्वार हल्द्वानी के शहरी क्षेत्र से लेकर गांवों में आबादी लगातार बढ़ रही है।
तिपाहियों वाहनों की बढ़ती संख्या से जाम की समस्या
नौकरीपेशा, विद्यार्थियों से लेकर किसी काम से इधर-उधर जाने वाले लोगों के लिए निजी वाहन न होने पर टेंपो और ई-रिक्शा ही एक मात्र सहारा है। लेकिन इनके अलग-अलग रूट और स्टैंड होने के कारण लोगों को पैदल भी चलना पड़ता है। तिपाहियों वाहनों की बढ़ती संख्या से जाम की समस्या भी पैदा हो रही है। इसी वजह से सिटी बसों के संचालन का प्रस्ताव तैयार किया गया था।
आरटीए की ये अहम बैठक पिछले साल नवंबर में होनी थी। लेकिन किन्हीं वजहों से मामला अटक गया। मगर मंगलवार को कमिश्नर दीपक रावत की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में सिटी बसों के छह मार्गों पर अंतिम मुहर लग गई। 24 से 25 सीटर बसें निजी आपरेटरों की होगी। किराया राज्य परिवहन प्राधिकरण की तय दरों के हिसाब से ही वसूला जाएगा। 21 जून से हर हाल में बसों का संचालन होना है।
इससे पहले खरीद करनी होगी। चयनित छह मार्ग का कुल दायरा 168 किमी है। दिल्ली की तर्ज पर महिला, बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए सीटों का आरक्षण होगा। बस के सामने लगी कलर स्क्रीन बोर्ड और रूट नंबर से यात्री आसानी से पहचान भी कर लेंगे।
खास बात ये है सीएनजी या फिर बीएस-6 माडल की गाड़ी को ही परमिट मिलेगा, ताकि पर्यावरण को ज्यादा नुकसान न हो। इस दौरान आरटीओ संदीप सैनी, डा. गुरदेव सिंह, आरटीए सदस्य विनोद मेहरा, सूरज तिवारी, डायरेक्टर केमू हिम्मत सिंह नयाल आदि मौजूद थे।
ये रहेगी टाइमिंग
गर्मियों में सुबह साढ़े छह से रात साढ़े आठ बजे तक संचालन
सर्दियों में सुबह आठ से लेकर रात साढ़े आठ बजे तक संचालन
नैनीताल में भी सिटी बस संचालन की योजना
नैनीताल शहर पर्यटकों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था नहीं होने के कारण कालेज के विद्यार्थियों संग स्थानीय लोग भी परेशान रहते हैं। वाहनों का दबाव पर्यावरण को भी प्रदूषित कर रहा है। इसलिए यहां तीन मिनी सिटी बसों के संचालन को लेकर योजना बनाई गई है।
इन बसों में 10 से 12 सीट होंगी। चंपावत के 29 और नैनीताल के छह मार्ग पास -किसी भी नई सड़क के निर्माण के बाद उसमें वाहनों के संचालन को लेकर निर्माण एजेंसी, प्रशासन और परिवहन विभाग की टीम सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करती है। रिपोर्ट के आधार पर चंपावत जिले के 29 और नैनीताल जिले के छह नए मार्गों पर बस संचालन की स्वीकृति दी गई।
हल्द्वानी से कैंचीधाम के लिए 25 शटल सेवा और चलेंगी
देश-दुनिया से श्रद्धालु कैंची धाम के दर्शन को पहुंच रहे हैं। हर दिन यहां लोगों की संख्या बढ़ रही है। वर्तमान में केमू की ओर से छह शटल सेवा का संचालन किया जाता है। बैठक में तय हुआ कि जल्द 25 नई सेवा और शुरू होंगी। आबादी क्षेत्र के गोदाम में नहीं आएंगे बड़े वाहन -आबादी क्षेत्र में भंडारण के बड़े गोदामों से जाम लगने के साथ स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई ट्रांसपोर्टरों ने भी गोदाम बना रखे हैं। यहां भारी वाहनों के प्रवेश और माल की ढुलाई को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है।
हल्द्वानी में सिटी बसों के मार्ग
मार्ग एक : रानीबाग से रोडवेज स्टेशन, स्टेडियम रोड, मुखानी, कुसुमखेड़ा, ब्लाक, फतेहपुर, लामाचौड़, भाखड़ा से कठघरिया, चौफुला चौराहे, चंबल पुल, पनचक्की, हाइडिल गेट से होकर वापस रानीबाग। (दूरी 45.60 किमी)
मार्ग दो : बस स्टेशन से मंगलपड़ाव, गांधी स्कूल, तीनपानी, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी, टीपीनगर, देवलचौड़, पंचायत घर, पाल कालेज, कुसुमखेड़ा, लालडांठ, पनचक्की, मुखानी के बाद कालाढूंगी चौराहे से बस अड्ढे। (दूरी 33.60 किमी)
मार्ग तीन: बस स्टेशन से काठगोदाम रेलवे स्टेशन, सर्किट हाउस, इंटरनेशनल स्टेडियम, तीनपानी, गोरापड़ाव, गन्ना सेंटर, टीपीनगर, एसटीएच, धान मिल, पीलीकोठी, मुखानी, कालाढूंगी चौराहे से बस स्टेशन। (दूरी 33.60 किमी)
मार्ग चार: बस स्टेशन से सिंधी चौक, रामपुर रोड, देवलचौड़, बिड़ला स्कूल, गैस गोदाम रोड, सेंट्रल अस्पताल से मुखानी के रास्ते कालाढूंगी चौराहे से वापस बस स्टेशन। (दूरी 12.20 किमी)
मार्ग पांच: बस स्टेशन से दुर्गा सिटी सेंटर, नवाबी रोड, मुखानी, कुसुमखेड़ा, कमलुवागांजा, लामाचौड़ के बाद भाखड़ा पुल तक। (दूरी 18.80 किमी)
मार्ग छह: बस स्टेशन से स्टेडियम रोड, मुखानी, कुसुमखेड़ा, ऊंचापुल, कमलुवागांजा से मुखानी के रास्ते वापसी स्टेशन। (दूरी 21.60 किमी)
सबसे ज्यादा मार्ग नंबर एक के परमिट के लिए 113 लोगों ने आवेदन किया है। पहले चरण में 20 प्रतिशत परमिट ही दिए जाएंगे। इसके बाद जरूरत के हिसाब से निर्णय लिया जाएगा। – संदीप सैनी, आरटीओ