Uttarakhand News 11 Dec 2024: अलकनंदा एन्क्लेव में बुजुर्ग की हत्या में दो युवक शामिल थे। जब पड़ोसी आवाज सुनकर गेट तक आए तो दोनों घर के पिछले हिस्से की दीवार फांदकर भाग निकल गए। सीसीटीवी फुटेज में भी दोनों पैदल जाते दिख रहे हैं। पुलिस और एसओजी की छह टीमें हत्यारों की तलाश में जुटी हैं। उधर, पुलिस ने अक्सर आने-जाने वाले लोगों और घर के पिछले हिस्से में पुताई करने वालों से भी पूछताछ की है। हालांकि, अभी तक की पूछताछ में पुलिस को सुराग नहीं मिले हैं।

वहीं, हत्यारों ने बुजुर्ग को किस कितनी बेरहमी से मारा इसकी तस्दीक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी कर रही है। बुजुर्ग अशोक कुमार गर्ग की छाती और पेट में 30 से ज्यादा बार चाकू या किसी धारदार हथियार से वार किए गए हैं। इसके अलावा उनके सिर को भी किसी भारी चीज से कुचला गया है। पेट पर एक घाव 12 इंच से भी लंबा है जो करीब तीन इंच से भी गहरा है। इसी से आंतें बाहर आई हैं।

हालांकि, अभी पुलिस को भी अधिकृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। उधर, गर्ग की बेटियां व अन्य रिश्तेदार देहरादून पहुंच चुके हैं। उन्हें पोस्टमार्टम कराने के बाद शव सौंप दिया गया है। उनकी शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ वसंत विहार थाने में हत्या का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।

जीएमएस रोड इलाके की अलकनंदा एन्क्लेव में सोमवार शाम अकेले रहने वाले बुजुर्ग ओएनजीसी के पूर्व इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग की बेरहमी से चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की सूचना उनके पड़ोस में रहने वाले लोगों ने पुलिस को दी थी।

पड़ोसियों ने उनके घर के पिछले हिस्से में कुछ लोगों के झगड़े और किसी के कराहने की आवाज सुनी थी। पड़ोसी जैसे ही मुख्य दरवाजे पर आए तो वहां से कुछ लोग पिछली दीवार कूदकर भाग निकले। अंदर बाथरूम में देखा तो वहां पर अशोक कुमार गर्ग लहूलुहान हालत में पड़े थे। उनके पेट, छाती, सिर, गले पर गहरे घाव थे। उनके पेट में चाकुओं से इस कदर बेरहमी से वार किए गए थे कि गुप्ता की आंतें भी बाहर आ गई थीं।

मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक जांच करने के बाद वहां आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू किया। इस बीच एक फुटेज मिली जिसमें दो युवक घर के पास से भागते नजर आए हैं। ऐसे में पुलिस हत्या में दो लोगों का हाथ मान रही है। इनकी तलाश में पुलिस की छह टीमों को लगाया गया है। घटनास्थल के आसपास की चीजें जांच को कई दिशा में घुमा रही हैं। गर्ग अपने मकान का पिछला हिस्सा (दो कमरों का सेट) किराए पर देना चाहते थे।

इसमें इस वक्त पुताई का काम चल रहा था। ऐसे में उन लोगों पर भी शक हुआ जो यहां पुताई का काम कर रहे थे। पुलिस ने इन सभी से पूछताछ की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। इसके अलावा कुछ डिलीवरी बॉय से भी पुलिस ने पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि गर्ग रोज कोई न कोई चीज ऑनलाइन मंगाया करते थे। हालांकि, इनसे पूछताछ में भी पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।