Uttarakhand News 09 September 2024: रुद्रपुर। राजस्थान, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, अरूणाचंल, असम, बिहार, झारखंड के बाद अब ऊधम सिंह नगर भी साइबर अपराधियों का गढ़ बनने लगा है। यही नहीं उनके कनेक्शन विदेशी साइबर अपराधियों से भी है। रुद्रपुर के छतरपुर और बरेली के रहने वाले दो साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद इसकी पुष्टि हुई है।

पूछताछ में पता चला है कि वह धोखाधड़ी से प्राप्त रुपयों को अलग अलग खातों में डालकर बाद में क्रिप्टो करेंसी में तब्दील करते थे। इस तरह के इनपुट मिलने के बाद साइबर थाना पुलिस जिले में सक्रिय साइबर अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

ऊधम सिंह नगर में लगातार साइबर अपराध की घटनाएं हो रही है। लोग साइबर ठगों के झांसे में आकर अपनी जमा पूंजी गंवा रहे है। इसकी शिकायत पर पुलिस और साइबर थाना पुलिस आइटी एक्ट में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू करती है।

पुलिस ने मास्टरमाइंड को किया गिरफ्तार
जांच के दौरान गिरफ्तार अधिकतर साइबर अपराधी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, अरूणाचंल, असम, बिहार, झारखंड के होते थे। लेकिन रविवार को साइबर थाना पुलिस ने 53 लाख की आनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले छतरपुर पंतनगर निवासी मास्टर माइंड गुरप्रीत सिंह और ग्राम खितौसा भोजीपुरा बरेली निवासी प्रेमशंकर को गिरफ्तार किया।

साइबर थाना पुलिस के अनुसार गुरप्रीत सिंह की साइबर ठगी में गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में पता चला है कि कई अन्य लोग भी जिले के उनसे जुड़े हुए है। बताया कि वर्ष, 2017-18 तक दुबई में रह चुका है। उसके विदेश में रहने वाले कई साइबर अपराधियों से कनेक्शन है और उनसे इंटरनेट के माध्यम से संपर्क करते रहता है। लोगों से साइबर ठगी कर प्राप्त रुपयों को वह अलग अलग करंट खातों में डालते है।

साइबर थाना प्रभारी अरूण कुमार ने बताया कि गुरप्रीत का पासपोर्ट की जांच की जा रही है कि वह वर्ष, 2017-18 के बाद कितनी बार दुबई या अन्य देशों में जा चुका है। जिला मुख्यालय रुद्रपुर में कई लोग साइबर ठगी का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को साइबर थाना पुलिस ट्रेस करने का काम कर रही है। साथ ही जिन बैंकों में साइबर ठगों ने करंट खाते खुलवाए हैं। उसकी भी जानकारी ली जा रही है।