Uttarakhand News 20 Feb 2025: पौड़ी। Uttarakhand Crime: कोतवाली पौड़ी पुलिस ने पहचान छुपाकर पादरी बने चोरी व गेंगस्टर एक्ट के आरोपी इनामी मफरुर को 17 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपी यूपी के बरेली में पादरी बना था। जिसे पुलिस ने बदायूं से गिरफ्तार किया है। जो गेंगस्टर एक्ट प्रकरण में बीते वर्ष 2008 में जमानत पर रिहा हुआ था। जिसे गिरफ्तार किए जाने पर एसएसपी पौड़ी ने 5 हजार के इनाम भी घोषित किया था।

कोतवाली पौड़ी पुलिस की उपलब्धि पर एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने इनामी मफंरुर आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कार राशि प्रदान कर दी है।

17 साल पहले दर्ज हुआ था मुकदमा
एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि कोतवाली पौड़ी में 17 साल पहले चोरी के संबंध में एक मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जिस पर साल 2007 को आरोपी राकेश, देवेंद्र व कुंवरपाल को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने तीनो आरोपियों को 6-6 माह के कारावास की सजा सुनाई थी।

बताया कि आरोपी आर्थिक लाभ के लिए गैंग बनाकर मोटर साइकिल की चोरी की घटना को अंजाम देते थे, जिसके चलते इनके विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट भी पंजीकृत किया गया। इन तीनों आरोपियों में से अपर चोपडा डेविडधार पौड़ी निवासी कुंवरपाल सिंह यादव गैंगस्टर एक्ट में साल 2008 में जमानत पर रिहा हुआ था। जिसके बाद से ही वह लगातार फरार चल रहा था।

बताया कि मामले में पौड़ी पुलिस लगातार मफरूर को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही थी, लेकिन आरोपी शातिर किस्म के होने व लंबे समय से फरार चलने पर आरोपी के संबंध में कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही थी।

एसएसपी सिंह ने बताया कि मफरूर कुवंरपाल की गिरफ्तारी के लिए उस पर 5 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। बताया कि अलग- अलग प्रदेशों में दबिश देकर अभियोग में संलिप्त मफरूर कुंवरपाल को उत्तर प्रदेश के बदांयू से गिरफ्तार कर लिया गया है। जहां वह अपनी पहचान छिपाकर सुभाष नगर, बरेली में पादरी का काम कर रहा था। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में चौकी प्रभारी पाबौ नवीन पुरोहित, एसआई राकेश चौधरी, मुख्य आरक्षी अनुज चौधरी, धीरज शामिल रहे।