Uttarakhand News 28 August 2023 Uttarakashi: टिहरी झील के किनारे चिन्यालीसौड़ में गंगोत्री हाईवे का करीब 170 मीटर हिस्सा भूधंसाव की चपेट में आ गया है। इसके बाद पुलिस-प्रशासन और बीआरओ ने यहां से दोपाहिया वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी है।

टिहरी झील के किनारे चिन्यालीसौड़ में गंगोत्री हाईवे का करीब 170 मीटर हिस्सा भूधंसाव की चपेट में आ गया है। इसके बाद पुलिस-प्रशासन और बीआरओ ने यहां से दोपाहिया वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी है। अब वाहनों का संचालन आलवेदर परियोजना के तहत बने चिन्यालीसौड़-धनपुर बाईपास मार्ग से हो रहा है। उधर, भूधंसाव के चलते झील के तटवर्ती क्षेत्र में रहने वाले दहशत में आ गए हैं। टीएचडीसी के अधिकारी झील के जलभराव के कारण भूधंसाव की बात से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
टिहरी बांध की झील का जलस्तर बढ़ने के साथ ही झील के तटवर्ती क्षेत्र में भूधंसाव शुरू हो गया है। रविवार को टिहरी बांध की झील का जलस्तर 821 मीटर तक पहुंच गया। शनिवार रात को ही चिन्यालीसौड़ में वाल्मीकि मोहल्ले के समीप भारी भूधंसाव हुआ। इसके बाद रविवार दोपहर में भी भूधंसाव हुआ, जिससे गंगोत्री हाईवे का लगभग 170 मीटर हिस्सा झील में समाने की कगार पर पहुंच गया है।


गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोका: गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नालूणा के पास पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिसके कारण शाम 6 बजे से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को रोका है। रविवार की दोपहर से नालूणा के पास ऊंची पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे थे। शाम होते-होते पत्थर गिरने का सिलसिला तेज हुआ। इसके बाद जिला आपदा प्रबंधन और पुलिस प्रशासन को यातायात रोकना पड़ा। इस दौरान कही वहां पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से कहीं तीर्थ यात्रियों और स्थानीय निवासियों के वाहन बाल बाल बचे।