Uttarakhand News 02 Feb 2024: उत्तराखंड में मौसम बदल गया है और इसी के साथ घाटी गुलजार हो गई है। नैनीताल से लेकर केदारनाथ तक बर्फबारी से घाटी सफेद हो गई है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, नई टिहरी और पौड़ी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले इलाकों में वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, हर्षिल, औली, तुंगनाथ समेत ऊंची चोटियों पर बर्फबारी से जहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है कई सड़कें भी अवरुद्ध होने से आवागमन बाधित हुआ है। बर्फबारी से गंगोत्री हाईवे गंगनानी से गंगोत्री तक बाधित
बर्फ से बंद हुए मार्ग
यमुनोत्री हाईवे राड़ी टाप और स्याना चट्टी से लेकर जानकीचट्टी तक अवरुद्ध है। उत्तरकाशी लंबगांव श्रीनगर मार्ग चौरंगी के पास करीब 15 किलोमीटर क्षेत्र में बंद हुआ है। उत्तरकाशी में दो हाईवे के अलावा 15 संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं। वहीं रुद्रप्रयाग में ऊखीमठ चोपता मोटर मार्ग भी बर्फबारी से अवरुद्ध है। बर्फबारी से बदरीनाथ हाईवे पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ के बीच बंद हो गया। जोशीमठ से औली व गोपेश्वर मंडल से चोपता हाईवे धौतीधार के पास बंद है।
नई टिहरी जनपद का चंबा-मसूरी मोटर मार्ग करीब आठ घंटे तक बाधित रहा। हालांकि इसे यातायात के लिए दोपहर में खोल दिया, लेकिन बर्फबारी को देखते हुए इसके दोबारा बाधित होने के आसार बने हुए हैं। वहीं उक्त जनपदों के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप होने से परेशानी बढ़ गई है।
उत्तरकाशी में पड़े बर्फ के फाहे
जनपद में मंगलवार रात से शुरू हुई वर्षा और बर्फबारी वीरवार को भी जारी रही। जनपद के 50 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में डेढ़ फीट बर्फ जम चुकी है। जनपद में कई संपर्क मार्ग अवरुद्ध है। इनमें से कई मार्गों पर फिसलन बनी हुई है। लगातार वर्षा और बर्फबारी होने के कारण इन मार्गों को खोलने में भी बाधा आ रही है। ऐसे में इन मार्गों के मौसम साफ होने पर ही खुलने के आसार हैं।
बर्फबारी के कारण 15 संपर्क मार्ग अवरूद्ध
बृहस्पतिवार को पूरे दिन ऊंचाई वाले क्षेत्र में बर्फबारी और निचले क्षेत्र में वर्षा होती रही। जिले गंगोत्री, यमुनोत्री, हर्षिल, राड़ी टाप, धराली, मुखवा, जानकी चट्टी, रैथल, बार्सू, पिलंग, जौड़ाव, अगोड़ा, खरसाली, नारायण पुरी, ओसला, गंगाड़, लिवाड़ी, फिताड़ी, हरकीदून, संकारी, केदारकांठा आदि स्थानों बर्फबारी हुई। इसके अलावा राडी टाप धारी कफनौल, जानकी चट्टी खरसाली, हर्षिल मुखवा, जसपुर पुराली, कमद अंयारखाल, सांकरी तालुका, सांकरी जखोल, जखोल फिताड़ी, आराकोट मोड़ा, पुरोला, मोरी सहित 15 संपर्क मार्ग बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हैं।
बर्फ से सफेद हुई नई टिहरी
जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्र प्रतापनगर, गंगी, नागटिब्बा आदि क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई है। वहीं चंबा-मसूरी फलपट्टी के काणाताल, कद्दूखाल, धनोल्टी में भारी बर्फबारी होने के चलते सुबह छह साढ़े पांच बजे मार्ग बंद हो गया। मार्ग बंद होने से यहां करीब आठ घंटे तक वाहनों की आवाजाही बंद रही, जिससे बर्फबारी व वर्षा के चलते लोग परेशान रहे।
बर्फ से बंद हए मार्ग
इस मार्ग पर बर्फबारी को हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई और करीब डेढ़ बजे मार्ग को आवागमन के लिए खोला गया, लेकिन जिस तरह से बारिश हो रही थी, उससे इस मार्ग के दोबारा बंद होने की संभावना बनी हुई थी। वर्षा से प्रतापनगर ब्लाक, भिलंगना ब्लाक के हिंदाव पट्टी, थौलधार के कमांद क्षेत्र के करीब 40 से अधिक गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। इससे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि जनपद में अभी तक कहीं भी सड़क बंद होने की सूचना नहीं है।
रुद्रप्रयाग के 24 से अधिक गांवों में हुई बर्फबारी
केदारनाथ धाम समेत तुंगनाथ, मद्महेश्वर व जनपद के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दूसरे दिन भी भारी हिमपात हुआ। केदारनाथ धाम में ढाई फीट से अधिक बर्फ जम गई है। देर रात तक बर्फबारी जारी थी। जनपद में 24 से अधिक गांवों में हिमपात होने से आवाजाही में दिक्कतें आ रही है। वहीं ऊखीमठ चोपता मोटर मार्ग हिमपात के कारण अवरुद्ध हो गया है। केदारनाथ धाम के साथ ही तुंगनाथ, मद्महेश्वर, लिनचोली, चोपता, दुगलबिट्टा, देवरियाताल, त्रियुगीनारायण, कार्तिक स्वामी समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पूरे दिन बर्फबारी होती रही। इससे निचले इलाकों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। जनपद के कई गांवों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।
पौड़ी में बर्फबारी से बढ़ी ठिठुरन
मुख्यालय पौड़ी तथा इससे सटे क्षेत्रों में बुधवार रात से रुक-रुककर हो रही वर्षा का क्रम वीरवार को भी जारी रहा। इस दौरान मांडाखाल, चौंरीखाल में हल्की बर्फबारी हुई। इसके अलावा कल्जीखाल क्षेत्र, पौड़ी, थलीसैंण के कई हिस्सों में ओलावृष्टि हुई। मौसम में आए इस बदलाव से तापामान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। इससे दिनभर ठिठुरन बनी रही। बाजारों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा कम ही चहल-पहल देखने को मिली। वहीं देर शाम तक थलीसैंण, पाबौ, पैठानी, खिर्सू आदि क्षेत्रों में रुक-रुककर वर्षा का दौर जारी रहा।
गोपेश्वर में बर्फबारी से यातायात प्रभावित
चमोली जिले में दो दिन से हो रही वर्षा व बर्फबारी से दुश्वारियां भी बढ़ गईं हैं। बर्फबारी से जिले की तीन मुख्य सड़कें अवरुद्ध हैं। बर्फबारी से बदरीनाथ हाईवे पांडुकेश्वर से बदरीनाथ के बीच बंद है।
बर्फबारी के बीच सड़कों पर जवान
शीतकाल में इस सड़क पर सेना, आइटीबीपी व बीआरओ के वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। पर्यटन स्थल औली व चोपता में भी जमकर बर्फबारी हुई है। इससे जोशीमठ-औली व गोपेश्वर मंडल से चोपता हाईवे धौतीधार के पास अवरुद्ध है। धौतीधार के पास हाईवे पर बर्फ जमी होने के कारण वाहन रपट रहे हैं। इस कारण पुलिस इस रूट पर वाहनों को जाने से रोक रही है। यह हाईवे गोपेश्वर चोपता होते हुए ऊखीमठ रुद्रप्रयाग को जोड़ता है।
सड़के बंद, होटल में पर्यटक
जोशीमठ से औली की सड़क भी कवांड बैंड से आगे बर्फ के कारण बाधित है। यहां बर्फ पर वाहन फिसल रहे हैं। इस कारण पर्यटकों को कवांड बैंड पर रोक कर उन्हें स्थानीय होटलों की जिप्सी व अन्य वाहनों से औली पहुंचाया जा रहा है। जिले के 60 से अधिक गांव में बर्फबारी की सूचना है।
उत्तरकाशी के 50 से ज्यादा गांवों में बिजली आपूर्ति ठप
उत्तरकाशी के 50 से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति ठप बर्फबारी और वर्षा के चलते बृहस्पतिवार को जनपद के 50 से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति ठप रही। बर्फबारी से बिजली आपूर्ति सबसे अधिक मोरी तहसील क्षेत्र में प्रभावित हुई।
ऊर्जा निगम कर रहा प्रयास
ऊर्जा निगम के अनुसार मोरी के 40 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है। इसे सुचारू करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा पुरोला और बड़कोट तहसील क्षेत्र के करीब दस गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित है। गंगोत्री धाम में भी बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। कई स्थानों पर विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। वीरवार देर शाम तक वर्षा और बर्फबारी के कारण ऊर्जा निगम की टीम आपूर्ति सुचारू नहीं कर पाई।