Uttarakhand news 10 August 2023 Rudrapur: ट्रांजिट कैंप में दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले सिरफिरे आरोपी को 45 पुलिसकर्मियों ने 150 घंटे बाद रामपुर से गिरफ्तार किया। मृतका से एकतरफा प्यार के बाद उपजी नफरत दंपती की हत्या का कारण बना। आरोपी अंबाला भागने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही उसे दबोच लिया।

बुधवार को पुलिस कार्यालय में एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि तीन अगस्त की रात को मूल रूप से गांव अनावा, पुवायां जिला शाहजहांपुर और हाल में ट्रांजिट कैंप निवासी जगदीश उर्फ राजकमल ने वार्ड नंबर सात शिवनगर ट्रांजिट कैंप निवासी संजय और उसकी पत्नी सोनाली की उनके घर में घुसकर कांपा से वार कर हत्या कर दी थी। आरोपी ने सो रहे संजय का गला रेता था, जबकि सोनाली के शरीर में पांच जगह कांपे से वार किया था। शोर सुन कर बीच-बचाव कराने आई संजय की सास गौरी को भी कई वार कर घायल कर दिया था। मृतका की बहन रुपाली की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की थी।

बुधवार को पुलिस ने आरोपी राजकमल को रामपुर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने दोनों की हत्या करने की बात कबूली। उसने बताया कि वह सोनाली से एक तरफा प्यार करता था जबकि मृतका उसे घास नहीं डालती थी। इस दौरान उसके मन में मृतका और उसके पति के प्रति नफरत पलने लगी और उसने उनकी हत्या करने की ठान ली। इसके बाद तीन अगस्त की रात उसने दोनों की हत्या कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। आईजी ने टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को 2,500 और एसएसपी ने 5,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की। एसएसपी ने बताया कि आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।

50 हजार के इनामी का पकड़ने के लिए खंगालने पड़े 1200 सीसीटवी
राजकमल को पकड़ने के लिए पुलिस ने करीब 1200 सीसीटीवी खंगाले और 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की। साथ ही पुलिस ने आरोपी के बैंक खाते का विवरण निकाला और इस दौरान पुलिस को उसकी लोकेशन हाथ लगी। पुलिस ने उसकी तलाश में नैनीताल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी के जिलोें में दबिश दी। आरोपी को पकड़ने के लिए चार राजपत्रित अधिकारी भी लगे थे।आईजी नीलेश आनंद भरणे ने उस पर 50,000 का इनाम भी रखा था।

मृतका से लगातार एक तरफा प्यार के बाद उपजी नफरत बनी दंपती की हत्या का कारण
रुद्रपुर। सिरफिरा आरोपी राजकमल वर्ष 2013 में संजय के पड़ोस में किराए पर रहने आया था। इस दौरान उसकी कभी-कभार संजय और उसकी पत्नी से बात होती थी। एसएसपी ने बताया कि तब से वह सोनाली से मन ही मन प्रेम करने लगा और उसे अपनी पत्नी मानने लगा। हालांकि उसने कभी खुलकर इस बात का जिक्र नहीं किया।

वर्ष 2020 में कोविड के दौरान आरोपी दिल्ली जाकर नौकरी करता था। करीब दो साल बाद वर्ष 2022 में वह फिर से लौट कर शहर में आया और उसी मोहल्ले में किराए पर कमरा लेने पहुंचा लेकिन उसे कमरा नहीं मिला। इस पर वह रैन बसेरा, मंदिर सहित अन्य जगहों में रह कर अपने दिन बिताकर बतौर मजदूर वेल्डिंग का काम करने लगा। इस दौरान वह कई बार सोनाली के घर पहुंचा। जून में उसने किसी के माध्यम से सोनाली के घर गुलदस्ता और कीपैड फोन भी भिजवाया। सोनाली ने इस पर गौर नहीं किया और मोबाइल में पड़े सिम को तोड़कर फेंक दिया। सोनाली और संजय को एक साथ देख कर आरोपी के मन में नफरत पलने लगी और उसने सोच लिया कि सोनाली जब उसकी नहीं तो किसी और की भी नहीं हो सकती। इसी सनक में उसने दंपती की हत्या कर दी।